रिलायंस का वित्तीय सेवा कारोबार 20 जुलाई को अलग हो जाएगा

रिलायंस का वित्तीय सेवा कारोबार 20 जुलाई को अलग हो जाएगा

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) ने घोषणा की है कि उसके वित्तीय सेवा व्यवसाय, रिलायंस स्ट्रैटेजिक इन्वेस्टमेंट लिमिटेड (आरएसआईएल) को गुरुवार, 20 जुलाई को अलग कर दिया जाएगा। इस विलय के परिणामस्वरूप जियो फाइनेंशियल सर्विसेज नामक एक नई कंपनी का निर्माण होगा।

जियो फाइनेंशियल सर्विसेज एक प्रौद्योगिकी-आधारित व्यवसाय होगा जो वित्तीय उत्पादों को डिजिटल रूप से पेश करेगा। कंपनी ग्राहकों की एक विस्तृत श्रृंखला को वित्तीय सेवाएं प्रदान करने के लिए रिलायंस के विशाल ग्राहक आधार और खुदरा दुकानों के राष्ट्रव्यापी नेटवर्क का लाभ उठाएगी।

रिलायंस के शेयरधारकों को आरआईएल के प्रत्येक शेयर के बदले जियो फाइनेंशियल सर्विसेज का एक शेयर मिलेगा। डिमर्जर के तुरंत बाद जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयर स्टॉक एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध होने की उम्मीद है।

रिलायंस के वित्तीय सेवा कारोबार का अलग होना कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह रिलायंस को तेल और गैस, खुदरा और दूरसंचार के अपने मुख्य व्यवसायों पर ध्यान केंद्रित करने की अनुमति देगा। यह जियो फाइनेंशियल सर्विसेज को एक अलग इकाई के रूप में काम करने और अपने व्यवसाय को और अधिक तेजी से बढ़ाने की भी अनुमति देगा।

डिमर्जर 20 जुलाई तक पूरा होने की उम्मीद है।

यहां डिमर्जर के कुछ प्रमुख विवरण दिए गए हैं:

डीमर्जर 20 जुलाई, 2023 से प्रभावी होगा।
रिलायंस के शेयरधारकों को आरआईएल के प्रत्येक शेयर के बदले जियो फाइनेंशियल सर्विसेज का एक शेयर मिलेगा।
डिमर्जर के तुरंत बाद जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयर स्टॉक एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध होने की उम्मीद है।
डीमर्जर से रिलायंस को तेल और गैस, खुदरा और दूरसंचार के अपने मुख्य व्यवसायों पर ध्यान केंद्रित करने की अनुमति मिलेगी।
यह जियो फाइनेंशियल सर्विसेज को एक अलग इकाई के रूप में काम करने और अपने व्यवसाय को और अधिक तेजी से बढ़ाने की भी अनुमति देगा।
रिलायंस के वित्तीय सेवा कारोबार का अलग होना कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह एक संकेत है कि रिलायंस अपने वित्तीय सेवा व्यवसाय को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है और उसका मानना है कि इस व्यवसाय में आने वाले वर्षों में कंपनी के लिए एक प्रमुख विकास चालक बनने की क्षमता है