अब देश का अन्नदाता भी बनेगा कौशलवान
जी हाँ, इस अत्याधुनिक युग में भारत चहुमुंखी विकास की ओर अग्रसर है और विशेष रूप से कृषि सेक्टर से जुड़े हुए लोगों की स्किल को बढ़ाने के लिए विभिन्न तरह की योजनाओं पर काम कर रहा है।
इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए कृषि उत्पादन जोकि इस देश की जीडीपी में सबसे बड़ा योगदान देता है और अब भारत का सालाना कृषि उत्पादन 310 मिलीयन टन से भी अधिक होने लगा है और बागवानी (हॉर्टिकल्चर) उत्पादन 330 मिलने से 10 से ज्यादा है। यह पिछले 50 सालों की उत्पादन को लेकर सबसे बड़ी उपलब्धि है और इसे आगे बढ़ाते रहने और हर किसान की स्किल को बढ़ाने के उद्देश्य से उसके लिए समय के अनुकूल स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम को महत्व देते हुए विभिन्न योजनाओं पर काम कर रहा है और विभिन्न योजनाएं लेकर आ रहा है ताकि भारत का किसान अपनी कौशल क्षमता को बढ़ाकर उत्पादन क्षमता को भी बढ़ा सके और देश आर्थिक रूप से और ज्यादा मजबूत हो सके।
भारत सरकार की इसी प्रकार की कौशल से जुड़ी हुई किसानों के हितार्थ की योजनाएं जोकि उनके कौशल बढ़ाकर उत्पादन क्षमता में बढ़ोतरी करवाएगी उसी से जुड़ी हुई चीजें आज आपसे साझा की जाएगी।
कृषि सेक्टर से जुड़े हुए 8 बड़े प्रोग्राम जो कि किसानों को स्किल बांध बनाने से जुड़े हुए हैं।
- स्टार्ट-अप विलेज एंटरप्रेन्योरशिप प्रोग्राम (SVEP)
◆ वर्ष 2015 में शुरू किए गए इस प्रोग्राम का उद्देश्य ग्रामीण उद्यमियों को कृषि सहित विभिन्न क्षेत्रों में अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए सहायता और धन उपलब्ध कराना है।
◆ यह ग्रामीण उद्यमियों को प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करता है ताकि उन्हें अपने व्यवसायों को विकसित करने और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा करने में मदद मिल सके।
- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY)
◆ इस कार्यक्रम को वर्ष 2015 में कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया था।
◆ इसका उद्देश्य कृषि सहित विभिन्न क्षेत्रों में 1 करोड़ से अधिक लोगों को प्रशिक्षित करना है।
◆ PMKVY कृषि से संबंधित स्किल जैसे जैविक खेती, डेयरी फार्मिंग और फूड प्रोसेसिंग में प्रशिक्षण प्रदान करता है।
◆ ग्रामीण युवाओं को स्व-रोजगार के लिए आवश्यक स्किल सिखाकर उनकी रोजगार क्षमता को बढ़ाना है।
- MANAGE - Hyderabad
◆ नेशनल सेंटर फॉर मैनेजमेंट ऑफ एग्रीकल्चर एक्सटेंशन (MANAGE) - हैदराबाद किसानों और कृषि विस्तार श्रमिकों के कौशल में सुधार के लिए सरकार द्वारा शुरू की गई एक और महत्वपूर्ण पहल है।
◆ MANAGE, कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के तहत 1987 में स्थापित एक स्वायत्त संस्थान है।
◆ संस्थान कृषि क्षेत्र में किसानों, विस्तार कार्यकर्ताओं और अन्य हितधारकों को कृषि में उनके कौशल और ज्ञान को बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण कार्यक्रम प्रदान करता है।
- दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना (DDU-GKY)
◆ इस कार्यक्रम को ग्रामीण विकास मंत्रालय ने 2014 में शुरू किया था। ◆ इसका का उद्देश्य गरीब परिवारों के ग्रामीण युवाओं को प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर प्रदान करना है।
◆ कार्यक्रम कृषि से संबंधित स्किल जैसे बागवानी, कृषि वानिकी और पशुपालन में ट्रेनिंग देने पर केंद्रित है।
5.कौशल भारत कार्यक्रम (Skill India)
◆ भारत सरकार द्वारा 2015 में कौशल भारत कार्यक्रम भी शुरू किया
◆ इसका लक्ष्य 2022 तक 40 करोड़ लोगों को स्किल ट्रेनिंग देना था।
◆ यह कार्यक्रम कृषि सहित विभिन्न क्षेत्रों में ट्रेनिंग देने पर केंद्रित है।
◆ इसका उद्देश्य प्रोडक्शन और आमदनी के स्तर में सुधार के लिए कृषि क्षेत्र में एक स्किल्ड वर्कफोर्स तैयार करना है।
- भारतीय कृषि कौशल परिषद (ASCI)
◆ यह विशेष तौर से कृषि क्षेत्र में वर्कफोर्स के स्किल्स में सुधार के लिए सरकार द्वारा शुरू की गई एक और पहल है।
◆ ASCI एक गैर-लाभकारी संगठन है जिसे 2013 में कृषि में विभिन्न नौकरी भूमिकाओं के लिए योग्यता मानकों और कौशल सेटों को विकसित करने और प्रमाणित करने के लिए स्थापित किया गया था।
◆ ASCI किसानों, कृषि-उद्यमियों और ग्रामीण युवाओं को कृषि में उनके स्किल और नॉलेज में सुधार करने के लिए ट्रेनिंग और सर्टिफिकेशन कोर्स मुहैया कराता है।
- राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (RKVY)
◆ राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (RKVY) वर्ष 2007 में भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक प्रमुख योजना है।
◆ इसका उद्देश्य कृषि विकास में तेजी लाने और किसानों की आय बढ़ाने के लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सहायता प्रदान करना है।
◆ RKVY का प्राथमिक उद्देश्य राज्यों को कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में सार्वजनिक निवेश बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करना है।
- परम्परागत कृषि विकास योजना
◆ वर्ष 2015 में कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा शुरू किए गए थी
◆ इसका उद्देश्य जैविक खेती के तरीकों के लिए किसानों को सहायता और धन उपलब्ध कराकर देश में जैविक खेती को बढ़ावा देना है।
◆ यह कार्यक्रम किसानों को जैविक कृषि पद्धतियों को अपनाने में मदद करने के लिए प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण भी प्रदान करता है।
किसान, कौशलवान बने इस लक्ष्य को लेकर चल रही भारत सरकार की मुहिम में हम सभी भी अपनी ओर से अपने किसान भाइयों को ऊपर वर्णित सभी योजनाओं से जुड़े और उनको स्किल बांध बनाकर उत्पादन क्षमता में बढ़ोतरी करवाएं ताकि उनकी आमदनी का स्रोत भी बढ़ जाए और देश के विकास में भी वह अपना अमूल्य योगदान इसी प्रकार से निभाते रहे।
इस जानकारी को आप सभी अपने आसपास के क्षेत्र में जितने भी किसान हैं उन से साझा करेंगे तो इसके सकारात्मक परिणाम जरूर हम सभी को देखने को मिलेंगे।