एक बार फिर से पेपर हुआ लीक : राजस्थान में पेपर लीक होने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है

एक बार फिर से पेपर हुआ लीक : राजस्थान में पेपर लीक होने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है

◆ राजस्थान में पिछले कहीं महीनों से पेपर लीक होने की घटनाएं लगातार हो रही है और इसी कड़ी में अब यूजीसी नेट की परीक्षा में भी सामूहिक नकल का मामला सामने आया है। 

◆ राजधानी जयपुर में एक सेंटर पर बहुत सारे विद्यार्थी एक साथ बैठकर पेपर को हल करते हुए पाए गए। 

◆ उसी सेंटर पर मौजूद दूसरे विद्यार्थियों ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया।

◆ यह आरोप लगाया गया कि विद्यार्थी मोबाइल से पेपर हल कर रहे थे।

मामला के बारे में

गौरतलब है कि जयपुर के नितिन गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल में शुक्रवार 3 मार्च 2023 को यूजीसी नेट की पहली पारी में भूगोल( जियोग्राफी) का पेपर था। ◆ इसके लिए स्टूडेंट्स को 7:30 बजे से एंट्री दी जानी थी। सवा 8 बजे तक स्कूल प्रशासन ने छात्रों को एंट्री नहीं दी। आनन-फानन में स्कूल प्रशासन ने 8:30 बजे स्टूडेंट्स को एंट्री देकर 9 बजे पेपर शुरू कराया।

◆ पेपर शुरू होने के लगभग 30 मिनट बाद छात्रों ने नकल का आरोप लगाते हुए स्कूल प्रशासन के खिलाफ विरोध शुरू कर दिया। 

◆ विद्यार्थियों का यह कहना है कि पेपर के दौरान छात्रों को मोबाइल ले जाने दिया गया है। इससे वह मोबाइल के जरिए अपने सवालों का जवाब ढूंढ रहे हैं। वहीं, एग्जाम हॉल में कोई टीचर भी नहीं है। इसकी वजह से स्टूडेंट्स ग्रुप बनाकर नकल कर रहे हैं। ऐसे में पेपर रद्द किया जाना चाहिए।

◆ नकल का आरोप लगाते स्टूडेंट ने एक वीडियो भी बनाया। वीडियो सामने आते ही स्कूल मैनेजमेंट ने पेपर को रद्द करने की बात कहकर स्टूडेंट्स को स्कूल से बाहर निकाल दिया। इसके बाद सुबह 11 बजे स्कूल प्रबंधन ने एक बार फिर छात्रों को पहली पारी का पेपर देने के लिए बुलाया। इस दौरान स्टूडेंट्स ने पूछा क्या नए सिरे से पेपर लिया जाएगा। तब स्कूल मैनेजमेंट ने पुराने पेपर को ही फिर से लेने की बात कही।

◆ छात्रों ने हंगामा शुरू कर दिया। इस दौरान छात्रों के विरोध को देख स्कूल मैनेजमेंट भी मौके से भाग गया। इसके कुछ देर बाद बजाज नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। विरोध कर रहे स्टूडेंट्स को बाहर निकाला।



इस मामले से जुड़ी अन्य बातें

◆ एग्जाम के नाम पर यूजीसी के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई गईं। एग्जाम शुरू होने के बाद भी स्कूल मैनेजमेंट ने स्टूडेंट्स को एंट्री दी। इस दौरान काफी स्टूडेंट्स के पास मोबाइल भी थे।

◆ इससे वह पेपर में आए सवालों को अपने साथियों से पूछकर सॉल्व कर रहे थे। कुछ क्लास रूम में टीचर ही नहीं थे। 

◆ जहां ग्रुप में बैठ पेपर सॉल्व किया जा रहा था। ऐसे में यूजीसी नेट का पेपर रद्द किया जाना चाहिए। 

◆इसके साथ ही स्कूल प्रबंधन और लापरवाह टीचर्स के खिलाफ भी कार्रवाई की जानी चाहिए।

◆ सूत्रों के अनुसार वहां पर मौजूद विद्यार्थियों ने बताया कि वहां के स्कूल स्टाफ ने भी उनको धमकाया और चुप रहने के लिए भी कहा गया। साथ ही चुप रहने की धमकी भी दी गई। इससे साफ जाहिर होता है कि एक तो चोरी ऊपर से सीना जोरी।

देशभर में आयोजित हुआ यूजीसी का एग्जाम  

राजस्थान में कहां-कहां सेंटर

◆ राज्य के 16 जिलों में यूजीसी नेट के सेंटर पर यह एग्जाम हुआ 

◆ नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की ओर से यूजीसी नेट का एग्जाम देशभर में 3 से 6 मार्च तक लिया जा रहा है। राजस्थान के 16 जिलों में पेपर आयोजित किए जा रहे हैं। जिनमें जयपुर समेत अजमेर, अलवर, बाड़मेर, भरतपुर, भीलवाड़ा, बीकानेर, चित्तौड़गढ़, दौसा, हनुमानगढ़, झुंझुनू, जोधपुर, कोटा, सीकर, सिरोही श्रीगंगानगर और उदयपुर जिले शामिल है। इसमें पास होने वाले कैंडिडेट असिस्टेंट प्रोफेसर और जूनियर रिसर्च फेलो के लिए एलिजिबल होते हैं।

निष्कर्ष : जिस प्रकार से राजस्थान में पेपर लीक होने का सिलसिला काफी समय से चल रहा है वो बहुत ही गंभीर  है पता नहीं यह कहां पर जाकर रुकेगा और जिस प्रकार से पेपर लीक हो रहे है उससे लाखों विद्यार्थियों के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है और उन विद्यार्थियों के सपने दम तोड़ रहे हैं। देखा जाए तो कहीं विद्यार्थी ऐसे भी हैं जो कर्ज लेकर तैयारी कर रहे हैं और मध्यमवर्ग परिवार से भी आते हैं। जब पेपर लीक की बात सुनने में आती है तो उनके ऊपर जो बीत जाती हैं वह शब्दों में बयां नहीं की जा सकती है। हम यही आशा करते हैं कि जल्द से जल्द सरकार इस पर सख्त कार्रवाई करके इसको लेकर एक विशेष कानून बनाए ताकि विद्यार्थियों के साथ और उनके भविष्य के साथ किसी प्रकार का खिलवाड़ ना हो।