जयपुर, 28 फरवरी। कला, साहित्य एवं संस्कृति मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने मंगलवार को विधानसभा में कहा कि राजस्थान साहित्य अकादमी द्वारा मासिक पत्रिका मधुमती का नियमित प्रकाशन किया जा रहा है। इस पत्रिका के 48 अंकों का प्रकाशन कर ई-बुक को अकादमी की वेबसाइट पर अपलोड किया गया है। मधुमती के अंकों में देशभर के एवं राजस्थान के प्रसिद्ध साहित्यकारों एवं महापुरूषों के लेख समाहित किए जाते हैं। साथ ही किसी विदेशी भाषा का लेख भी आया है तो उसका अनुवाद भी प्रकाशित किया गया है।
डॉ. कल्ला प्रश्नकाल के दौरान सदस्य द्वारा इस संबंध में पूछे गए पूरक प्रश्नों पर जवाब दे रहे थे। इससे उन्होंने कहा कि अकादमी द्वारा पुस्तक ‘गांधी सबद निरन्तर‘ का भी प्रकाशन किया गया है। उन्होंने कहा कि 28 जनवरी, 1958 में राजस्थान साहित्य अकादमी बनी। उन्होंने स्पष्ट किया कि वर्ष 2013 से 2017 के दौरान अकादमी द्वारा कोई प्रकाशन नहीं कराया गया।
इससे पहले विधायक श्री ज्ञानचंद पारख के मूल प्रश्न के जवाब में डॉ. कल्ला ने कहा कि राजस्थान साहित्य अकादमी उदयपुर द्वारा अन्य भारतीय भाषाओं एवं विदेशी भाषाओं के साहित्य के अनुवाद के लिए चार वर्षों में कोई कार्य नहीं किया गया है।