मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा जनवरी 2023 में जयपुर के अल्बर्ट हॉल में लॉन्च किया गया। टीवी चैनल सच बेधड़क अपनी स्थापना के बाद से ही कई समस्याओं का सामना कर रहा है। ताजा मामला वेतन न मिलने के कारण रविवार को 22 कर्मचारियों के इस्तीफे का है.तीन महीने के भीतर ही सच बेधड़क नामक टीवी चैनल के बारे में कई विवाद उजागर हो गए हैं। चैनल के कर्मचारियों का दावा है कि चुनाव से पहले, चैनल के मालिक द्वारा वेतन समय पर नहीं दिए जाने के कारण कई कर्मचारी इस्तीफा दे चुके हैं। समय पर वेतन न मिलने के चलते एक साथ 22 कर्मचारियों ने इस्तीफा दिया है। पहले ही एडिटर इन चीफ आलोक शर्मा समेत कई कर्मचारी इस्तीफा दे चुके हैं।
कुछ कर्मचारियों ने बताया कि जब से उनकी नौकरी शुरू हुई थी, उन्हें समय पर वेतन मिल रहा था, लेकिन इस बार उन्हें सेलेरी अदाने की तारीख को वेतन नहीं मिला। उनके असंतोष को देखते हुए, कंपनी ने बैंक के सर्वर में प्रॉब्लम होने का दावा किया और जल्द ही वेतन देने का आश्वासन दिया।
चैनल के हेड विनायक शर्मा ने लॉन्चिंग के अवसर पर कहा था कि चैनल सच को बेधड़क रूप से जनता के सामने रखने का काम करेगा, लेकिन तीन महीने के भीतर ही चैनल का सच उजागर हो गया है। चैनल में हाल ही में शान नामक चीफ कैमरामैन की एंट्री के साथ विवाद शुरू हुआ था, जिसके पश्चात् एडिटर इन चीफ आलोक शर्मा ने चैनल को छोड़ दिया था। यह भी खुलासा हुआ कि आलोक शर्मा पर विश्वास कर उनके साथ चैनल में आये कर्मचारी भी इसी वजह से चले गये थे.
इसके अलावा, चैनल की फंडिंग के लिए मंत्री महेश जोशी भी संलग्न हैं, लेकिन उनके हाथ से पैसा नहीं मिल रहा है, जिसके कारण कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिल रहा है। इस बात की पुष्टि करने के लिए उपलब्ध सूत्रों ने दावा किया है कि असली खेल तो शान के चैनल के ज्वाइन करने के साथ ही शुरू हो गया, जो वेतन के मामले में असंतोष को लेकर सामने आया है।
यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब चैनल मीडिया परिदृश्य में अपनी पहचान बनाने के लिए संघर्ष कर रहा है। इस पर सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी का मुखपत्र होने का आरोप लगाया गया है और इसकी पक्षपातपूर्ण रिपोर्टिंग के लिए आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। कर्मचारियों के पलायन से चैनल की प्रतिष्ठा को और नुकसान पहुंचने की संभावना है।