जयपुर, 23 फरवरी। नगर निगम जयपुर हैरिटेज की महापौर श्रीमती मुनेश गुर्जर ने निगम की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए राजस्व अधिकारियों को नगरीय विकास कर के लक्ष्य की प्राप्ति में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
महापौर राजस्व प्राप्ति की प्रगति की समीक्षा के लिए गुरूवार को आयोजित बैठक को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने वित्तीय वर्ष 2022-23 में नगरीय विकास कर की प्राप्ति के लक्ष्य के मुकाबले अब तक हासिल राजस्व पर असंतोष व्यक्त किया। महापौर ने सख्त रूख अपनाते हुए वित्तीय वर्ष की बकाया समयावधि में शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि लक्ष्य हासिल करने में शिथिलता बरतने वाले अधिकारियों पर कडी कार्रवाई की जाएगी।
महापौर ने 149 बड़े डिफाल्टर्स के विरूद्ध बकाया 67 करोड़ रूपये से अधिक नगरीय कर की जल्द वसूली करने के भी निर्देश दिए। उन्होंनेे अधिकारियों से कहा कि वे फील्ड में जायें और निगम एवं जनहित में कर की अदायगी के लिए लोगों के साथ समझाइश करें, साथ ही हर सप्ताह कैंप लगायें।
बैठक में श्रीमती गुर्जर को अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने दो बड़ी संपत्तियां चिन्हित की हैं जिनकी नीलामी से निगम को लगभग 50 करोड़ रूपये का अनुमानित राजस्व मिल सकता है। इस पर श्रीमती गुर्जर ने निर्देश दिये कि वे इनके नीलामी प्रस्ताव निगम मुख्यालय में भिजवायें। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि चारों जोन मिल कर एक करोड़ रूपये प्रतिदिन की वसूली का लक्ष्य हासिल करें।
बैठक में उपायुक्त राजस्व सरोज ढाका, राजस्व अधिकारी गजेन्द्र छाबड़ा, टीना शर्मा, सलीम, चैतन जैन सहित राजस्व निरीक्षक भी उपस्थित थे।