5वां हेलिकॉप्टर एवं लघु विमान शिखर सम्मेलन 25 जुलाई को मध्य प्रदेश के खजुराहो में आयोजित किया जाएगा
शिखर सम्मेलन के व्यापक उद्देश्य हैं:
- सभी उद्योग हितधारकों और नीति निर्माताओं के लिए भारतीय हेलिकॉप्टर और लघु विमान उद्योग के विकास की कहानी पर चर्चा करने के लिए एक साझा मंच प्रदान किया जाए।
- सुदूर और पहाड़ी क्षेत्रों में उड़ान योजना का विस्तार बढ़ाएं और देश की ग्रामीण से शहरी कनेक्टिविटी का प्रसार करें।
- वर्तमान व संभावित पर्यटन हॉटस्पॉट वाले स्थलों पर हेलिकॉप्टर और लघु विमान की कनेक्टिविटी को निर्बाध सेवाएं प्रदान करके बढ़ावा देना।
हेलिकॉप्टर और लघु विमान भारत के परिवहन पारिस्थितिकी तंत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। नागरिक हेलिकॉप्टर विशेषत: दूरदराज के क्षेत्रों में बेहतर पहुंच में योगदान करते हैं, पर्यटन के लिए जबरदस्त संभावनाएं प्रदान करते हैं, जिससे यात्रियों को अद्वितीय तरीकों से सुंदर परिदृश्य और सांस्कृतिक स्थलों का अनुभव प्राप्त होता है। हेलिकॉप्टर सेवा की अन्य भूमिकाओं में आपातकालीन चिकित्सा सेवाएं और बाढ़ के दौरान आपदा प्रबंधन, बचाव अभियान आदि शामिल हैं।
इसी तरह लघु विमान, व्यवसाय और अवकाश यात्रियों के लिए कुशल और सुविधाजनक परिवहन का विकल्प प्रदान करते हैं, क्षेत्रीय हवाई कनेक्टिविटी को बढ़ाते हैं और अल्प-ज्ञात गंतव्यों की खोज को बढ़ावा देते हैं। विमानन और पर्यटन उद्योग परस्पर एक-दूसरे से लाभान्वित होते हैं, रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देते हैं और पूरे देश में आर्थिक विकास को बढ़ावा देते हैं।
शिखर सम्मेलन ऐसे महत्वपूर्ण समय पर हो रहा है जब भारतीय नागरिक उड्डयन उद्योग एक आदर्श परिवर्तन के समय से गुजर रहा है। यह क्षेत्र अब न केवल भारत के लिए बल्कि दुनिया भर में मानव जाति के लिए समय की मांग बन गया है क्योंकि यह हमेशा अपने साथ दो महत्वपूर्ण गुणक लाता है- आर्थिक गुणक और रोजगार गुणक।
5वां हेलि शिखर सम्मेलन उद्योग हितधारकों को नीति निर्माताओं के साथ जुड़ने और सहयोग करने के लिए एक साथ लाएगा जिससे सक्षम और विवेकपूर्ण निर्णयों को लागू किया जाए, जो भारत के नागरिक उड्डयन उद्योग को और अधिक विस्तार देगा।
5वां हेलिकॉप्टर और लघु विमान शिखर सम्मेलन का टीज़र यहां देखा जा सकता है: