राजीव गांधी लिफ्ट कैनाल फेज-3 का शिलान्यास समारोह पश्चिमी राजस्थान के जिलों को 30 वर्षों तक हो सकेगी पेयजल आपूर्ति बजट में समग्र विकास एवं सामाजिक सुरक्षा पर विशेष फोकस मुख्यमंत्री नहीं, जनता का प्रथम सेवक हूं - श्री गहलोत - 28 विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास

राजीव गांधी लिफ्ट कैनाल फेज-3 का शिलान्यास समारोह पश्चिमी राजस्थान के जिलों को 30 वर्षों तक हो सकेगी पेयजल आपूर्ति बजट में समग्र विकास एवं सामाजिक सुरक्षा पर विशेष फोकस मुख्यमंत्री नहीं, जनता का प्रथम सेवक हूं - श्री गहलोत - 28 विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास

 जयपुर, 19 फरवरी। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने रविवार को जोधपुर के वर्तमान और सुरक्षित भविष्य की तस्वीर उकेरने वाले कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया। उन्होंने 1799 करोड़ रूपये लागत की राजीव गांधी लिफ्ट कैनाल के तृतीय चरण की आधारशिला रखी। साथ ही, जनसमूह से भरे उम्मेद स्टेडियम में तालियों की गूंज के बीच लगभग 211 करोड़ रूपये लागत के 19 विकास कार्यों का शिलान्यास और लगभग 85.50 करोड़ रूपये के 8 कार्यों का लोकार्पण कर अपणायत के शहर को अनूठी सौगातें दीं।

     समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राजीव गांधी लिफ्ट कैनाल के तृतीय चरण को पूरा करने में वित्तीय कमी नहीं आने दी जाएगी। यह परियोजना वर्ष 2054 की पेयजल आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर बनाई गई है। वर्ष 2025 तक परियोजना का कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। इससे जोधपुर, पाली, बाड़मेर में अगले 30 वर्ष तक पानी की कमी नहीं आएगी। 

     मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों में पेयजल और सिंचाई की उपलब्धता के लिए पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) अतिआवश्यक है। पिछली सरकार में बनी इस परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा दिए जाने हेतु केंद्र सरकार से बार-बार आग्रह किया जा रहा है। श्री गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार ने अपने संसाधनों से प्रतिबद्धता से पूरा करेगी। इसके लिए 13 हजार 500 करोड़ का बजट रखा है।

     श्री गहलोत ने बजट 2023-24 का जिक्र करते हुए कहा कि इसकी घोषणाएं किसी न किसी रूप में हर घर-परिवार तक पहुंच रही है। यह बजट समग्र विकास एवं सामाजिक सुरक्षा को केन्द्र में रखकर बनाया गया है। उन्होंने कहा कि बजट में बचत भी है, राहत भी और बढ़त भी है।

25 लाख का स्वास्थ्य बीमा दुनिया के किसी भी देश में नहीं

     श्री गहलोत ने ‘मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना’ का उल्लेख करते हुए कहा कि 25 लाख रूपये का स्वास्थ्य बीमा दुनिया के किसी भी देश में नहीं है। इसमें अब आर्गन ट्रांसप्लांट राज्य के बाहर के अस्पतालों में भी अनुमत किया गया है। सरकारी अस्पतालों में आईपीडी एवं ओपीडी सेवाएं निःशुल्क है। उन्होंने कहा कि राइट टू हैल्थ भी शीघ्र लाया जाएगा। अब महंगे ईलाज के लिए किसी को घर बेचने या गिरवी रखने की जरूरत नहीं है।

राजस्थान लाएगा सामाजिक सुरक्षा पर कानून

     मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। साथ ही, बिजली के क्षेत्र में भी प्रदेश आत्मनिर्भर बन चुका है। हाल ही के बजट में 76 लाख परिवारों को 500 रुपये में गैस सिलेंडर देने की घोषणा की गई है। लम्पी से मृत गायों के लिए प्रति मृतक पशु 40 हजार की राशि देने के प्रावधान किया गया है। घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 100 यूनिट निःशुल्क बिजली की घोषणा से लगभग 1 करोड़ उपभोक्ताओं के बिजली के बिल शून्य हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में करीब 1 करोड़ लोगों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन भी दी जा रही है। न्यूनतम पेंशन 1 हजार रुपये करने की घोषणा की गई है। श्री गहलोत ने कहा कि हम जल्द ही सामाजिक सुरक्षा का कानून भी लाने जा रहे हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से भी इस संबंध में एक समान कानून बनाने की मांग की है।

गत बजट की 90 प्रतिशत घोषणाएं पूरी,

इस वर्ष के बजट की घोषणाएं लागू होना शुरू

     श्री गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार ने गरीब, युवा और किसान वर्गों को ध्यान में रखकर नीति-निर्णय लिए है। सभी को जनकल्याणकारी योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ लेना चाहिए। उन्होंने कहा की सरकार द्वारा की गई अधिकतम घोषणाएं धरातल पर तेजी से उतरी है। गत बजट की 90 प्रतिशत घोषणाएं लागू हो गई है और इस वर्ष की घोषणाओं को लागू करना शुरू कर दिया है। सरकार के पास जनकल्याणकारी योजनाओं को क्रियान्वित करने में बजट की किसी भी स्तर पर कोई कमीं नहीं है। श्री गहलोत ने कहा कि ‘सेवा ही कर्म-सेवा ही धर्म’ हमारा संकल्प है और उन्होंने जनता की सेवा मुख्यमंत्री के रूप में नहीं, बल्कि एक प्रथम सेवक के रूप में की है।

     जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. महेश जोशी ने कहा कि 1799 करोड़ रूपये की राजीव गांधी लिफ्ट कैनाल परियोजना के तृतीय चरण को वर्ष 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। पहले पश्चिमी राजस्थान सूखा और अकाल का पर्याय माना जाता था, लेकिन मुख्यमंत्री के प्रयासों से इस क्षेत्र का कायापलट हो चुका है। डॉ. जोशी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बजट में बचत, राहत, बढ़त थीम को साकार किया है।

     समारोह में राजस्थान माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष श्री डूंगर राम गेदर, राजस्थान पशुधन विकास बोर्ड के अध्यक्ष श्री राजेन्द्र सिंह सोलंकी, विधायक श्रीमती मनीषा पंवार, श्री किशनाराम बिश्नोई, श्रीमती मीना कंवर, सुश्री दिव्या मदेरणा, श्री महेन्द्र बिश्नोई, श्री हीराराम और पूर्व सांसद श्री बद्रीराम जाखड़, राजस्थान क्रिकेट अकादमी के अध्यक्ष श्री वैभव गहलोत ने भी अपने विचार रखे। महापौर, जोधपुर (उत्तर) श्रीमती कुन्ती परिहार ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इससे पहले अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री सुबोध अग्रवाल ने परियोजना के बारे में जानकारी दी।

     कार्यक्रम में राजस्थान मेला प्राधिकरण उपाध्यक्ष श्री रमेश बोराणा, राजस्थान संगीत नाटक अकादमी अध्यक्ष श्रीमती बिनाका जेश मालू, रीको के निदेशक (स्वतंत्र) श्री सुनील परिहार सहित जनप्रतिनिधिगण, अधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।

तृतीय चरण से बुझेगी 2 हजार 167 गांवों की प्यास

     श्री गहलोत ने रिमोट का बटन दबाकर राजीव गांधी लिफ्ट कैनाल के तृतीय चरण का शिलान्यास किया। तृतीय चरण में मुख्य नहर के समानान्तर सम्पूर्ण लम्बाई में पाइप लाइन व चार पम्पगृहों की प्रस्तावित योजना को पूर्ण कराया जाना है। कार्य पूर्ण हो जाने पर वर्तमान राजीव गाँधी लिफ्ट नहर व प्रस्तावित पाइप लाइन द्वारा सम्मिलित रूप से कुल 1030 एम.एल.डी. पेयजल की आपूर्ति की जा सकेगी।

     इससे जोधपुर शहर के साथ ही फलौदी, पीपाड़, बिलाड़ा, भोपालगढ़ व समदड़ी कस्बे तथा जोधपुर जिले के 1 हजार 830 गांव, बाड़मेर के 211 गांव और पाली के 126 गांवों को मिलाकर कुल 2 हजार 167 गांवों की वर्ष 2054 की लगभग 80 लाख अभिकल्पित जनसंख्या को लाभान्वित किया जा सकेगा। इससे 69.79 करोड़ लीटर से अधिक प्रतिदिन की शुद्ध पेयजल मांग पूरी की जाएगी। तृतीय चरण पूर्ण होने पर इंदिरा गांधी नहर से जल आहरण क्षमता बढ़कर 420 क्यूसेक हो जाएगी। परियोजना से जोधपुर जिले के अंतर्गत संस्थागत एवं व्यापारिक क्षेत्र की पेयजल मांग 4.93 करोड़ लीटर प्रतिदिन, रक्षा विभाग के लिए 3.72 करोड़ लीटर प्रतिदिन, औद्योगिक (रीको) क्षेत्र के लिए 4.30 करोड़ लीटर प्रतिदिन तथा रोहट में विकसित हो रहे दिल्ली-मुंबई इंडस्टि्रयल कॉरिडोर के लिए 6 करोड़ लीटर पेयजल प्रतिदिन पूर्ति हो सकेगी। 

इन विकास कार्यों का हुआ शिलान्यास ः-

  • राजीव गांधी लिफ्ट कैनाल फेज-तृतीय (लागत 1799 करोड़ रूपए)
  • जोधपुर शहर स्थित मथुरादास माथुर चिकित्सालय में न्यूरो साइंस इन्स्टीट्यूट का निर्माण कार्य (लागत लगभग 77.31 करोड़ रूपये)
  • लूणी क्षेत्र स्थित डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन आयुर्वेद विश्वविद्यालय में योगा एवं नेचुरोपैथी कॉलेज भवन का निर्माण कार्य (लागत 5 करोड़ रूपये)
  • जोधपुर शहर स्थित शाला क्रीडा संगम, गौशाला मैदान परिसर में खेल सुविधाओं का विकास कार्य (लागत 13.88 करोड़ रूपये)
  • सरदारपुरा क्षेत्र में सुरपुरा बांध पर एम्यूजमेंट पार्क का विकास कार्य (लागत 13.98 करोड़ रूपये)
  • लूणी क्षेत्र में डीपीएस सर्कल से बोरानाड़ा टोल रोड़ का नवीनीकरण कार्य (लागत लगभग 5.16 करोड़ रूपये)
  • सरदारपुरा क्षेत्र के मण्डोर गार्डन में चौपाटी निर्माण एवं किड्स एडवेन्चर प्ले जोन का विकास कार्य (लागत लगभग 4.43 करोड़ रूपये)
  • सूरसागर क्षेत्र के सम्राट अशोक उद्यान में नवीन स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स कार्य (लागत लगभग 2.35 करोड़ रूपये)
  • सूरसागर क्षेत्र में कायलाना झील पर पर्यटन सुविधाओं का विकास कार्य (लागत 1.50 करोड़ रूपये)
  • सूरसागर क्षेत्र में झमकू का जाव एवं गेवा गांव सूरसागर ड्रेनेज जोन के प्रथम चरण में बरसाती नाले का निर्माण कार्य (लागत 7.50 करोड़ रूपये)
  • सरदारपुरा क्षेत्र में सुमेर लाइबे्ररी का नवीन भवन निर्माण कार्य (लागत 7.95 करोड़ रूपये)
  • सरदारपुरा क्षेत्र में राजकीय आर्थिक पिछड़ा वर्ग बालिका कॉलेज स्तरीय छात्रावास, जोधपुर (लागत 2.80 करोड़ रूपये)
  • सरदारपुरा क्षेत्र में मुख्यमंत्री पुनर्वास गृह योजना अन्तर्गत वृद्ध, बेघर व निराश्रित पुरूषों के लिए पुनर्वास गृह, जोधपुर संभाग (लागत 4.76 करोड़ रूपये)
  • सरदारपुरा क्षेत्र में मुख्यमंत्री पुनर्वास गृह योजना अन्तर्गत वृद्ध, बेघर व निराश्रित महिलाओं के लिए पुनर्वास गृह, जोधपुर संभाग (लागत 4.76 करोड़ रूपये)
  • सरदारपुरा क्षेत्र में मुख्यमंत्री पुनर्वास गृह योजना अन्तर्गत कामकाजी महिलाओं के लिए पुनर्वास गृह, जोधपुर संभाग (लागत 4.76 करोड़ रूपये)
  • सरदारपुरा क्षेत्र में सैटेलाइट अस्पताल, डिगाड़ी का भवन निर्माण (लागत 21.64 करोड़ रूपये)
  • सरदारपुरा क्षेत्र में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, भदवासिया का निर्माण/उन्नयन कार्य (लागत 5.50 करोड़ रूपये)
  • सूरसागर क्षेत्र में राजकीय बालिका महाविद्यालय, सूरसागर का भवन निर्माण कार्य (लागत 6 करोड़ रूपये)
  • सरदारपुरा क्षेत्र में महिला आई.टी.आई. भवन, मण्डोर का निर्माण कार्य (लागत लगभग 10.45 करोड़ रूपये)
  • सूरसागर क्षेत्र के संक्रामक रोग संस्थान एवं कमला नेहरू टी.बी. एण्ड चेस्ट हॉस्पिटल में संवर्धन कार्य (लागत 11.27 करोड़ रूपये)

 

इन विकास कार्यों का हुआ लोकार्पण ः-

  • जोधपुर शहर स्थित मथुरादास माथुर चिकित्सालय में मल्टी लेवल आईसीयू वार्ड का निर्माण कार्य (लागत 17 करोड़ रूपये)
  • सरदारपुरा क्षेत्र में पावटा जिला अस्पताल के भवन का विस्तार कार्य (लागत 25.80 करोड़ रूपये)
  • जोधपुर शहर स्थित मथुरादास माथुर चिकित्सालय में न्यूरो इंटरवेशन लैब (लागत लगभग 11.30 करोड़ रूपये)
  • सरदारपुरा क्षेत्र में नया तालाब सौन्दर्यीकरण एवं पार्क निर्माण कार्य (लागत 7.84 करोड़ रूपये)
  • लूणी क्षेत्र में धवा से फिंच तक डामर सड़क निर्माण कार्य (लागत लगभग 3.18 करोड़ रूपये)
  • सरदारपुरा क्षेत्र के मंडोर गार्डन में टॉय ट्रेन संचालन का कार्य (लागत लगभग 27 लाख रूपये)
  • जोधपुर विकास प्राधिकरण परिसर में नवीन कार्यालय भवन का निर्माण कार्य (लागत लगभग 19.12 करोड़ रूपये)
  • जोधपुर शहर क्षेत्र में पशु चिकित्सालय, रातानाड़ा के विभिन्न जर्जर भवनों का जीर्णोद्धार कार्य (लागत 1 करोड़ रूपये)