धार्मिक त्योहार, पर्व व मेले आपसी सौहार्द व भाईचारे के प्रतीक - सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री

धार्मिक त्योहार, पर्व व मेले आपसी सौहार्द व भाईचारे के प्रतीक - सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री

जयपुर, 19 फरवरी। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्री टीकाराम जूली ने रविवार को अलवर जिले के चूहडसिद्ध में चल रहे लक्खी मेले में आयोजित कुश्ती दंगल कार्यक्रम में खिलाडियों का आपस में हाथ मिलाकर दंगल का शुभारम्भ कराया तथा उनका उत्साहवर्धन भी किया।

    मंत्री श्री जूली ने आमजन को लक्खी मेले की बधाई देते हुए कहा कि धार्मिक पर्व व मेले आपसी सौहार्द व भाईचारे के प्रतीक हैं जो हमें एकता के सूत्र में पिरोने के साथ-साथ देश की एकता व अखण्डता को बनाए रखने का काम करते हैं। अलवर जिले में चूहडसिद्ध बाबा के इस लक्खी मेले में देशभर से सभी सम्प्रदायों के लोग आते है। उन्होंने कहा कि खेल शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक मजबूती के लिए भी बेहद जरूरी है।

श्री जूली ने बताया कि राज्य सरकार खेल व खिलाडियों को बढावा देने के उद्देश्य से सकारात्मक रूप से प्रयास कर रही है तथा सरकार द्वारा प्रदेशभर में ग्रामीण ओलम्पिक खेलों का आयोजन कराया गया जिसमें हर वर्ग के लोगों ने भाग लेकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण ओलम्पिक की तर्ज पर शहरों में भी इन खेलों का आयोजन किया जाएगा। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा खिलाडियों को बढावा देने हेतु विभिन्न विभागों में उनकी खेल योग्यता के अनुसार सरकारी नौकरी देने का कार्य किया है। करीब 250 खिलाडियों को डीएसपी लेवल तक के पदों पर नियुक्ति दी गई है।

    श्री जूली ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा विगत बजट में चूहडसिद्ध में 2 करोड रूपये की लागत राशि से लवकुश वाटिका बनवाने की घोषणा की थी जिसका निर्माण कार्य धार्मिक व ऎतिहासिक स्वरूप में पूर्ण हो गया है, जो आमजन को आकर्षित करने में कारगर साबित होगी। इसके साथ ही चूहडसिद्ध में कुश्ती दंगल हेतु स्टेडियम वन विभाग की अनुमति के उपरान्त बनवाया जावेगा। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने इस बजट में अलवर ग्रामीण क्षेत्र के लिए सौगात दी जिसमें डेहरा में उप तहसील, चांदौली व उमरैण में खेल स्टेडियम बनाए जाएंगे। इस अवसर पर प्रबुद्ध व्यक्ति, साधु-संत व बडी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।