जयपुर, 25 फरवरी। पशुपालन विभाग के शासन सचिव श्री कृष्ण कुणाल ने कहा कि राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी ’उष्ट्र संरक्षण योजना’ राज्य पशु ऊंट के संरक्षण एवं संवर्धन की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। राज्य में पशुपालन के क्षेत्र में किये जा रहे नवाचार अन्य राज्यों के लिए भी आदर्श सि़द्ध हो रहे हैं।
श्री कुणाल शनिवार को सचिवालय में आदर्श पशुधन कल्याण एवं पर्यावरण विकास संस्था के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विभाग पशुपालकों के हितों को ध्यान में रखकर विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन कर रहा है। उन्होंने बताया कि हाल ही में प्रदेश में उष्ट्र संरक्षण योजना के लिए इंटीग्रेटेड वेब पोर्टल की शुरुआत की गयी है, जिसके तहत प्रदेश के ऊंट पालक टोडियों के जन्म पर योजनान्तर्गत दी जा रही 5000 रुपए की प्रोत्साहन राशि के लिए आवेदन कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पोर्टल पर ऊंटपालकों द्वारा किये जाने वाले आवेदनों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है,वही विभाग द्वारा प्रोत्साहन राशि भी सीधे बैंक खातों में हस्तांतरित की जा रही है।
इस मौके पर मौजूद संस्था के प्रदेशाध्यक्ष श्री होतीराम देवासी ने कहा कि राज्य में पशुपालन के क्षेत्र में सराहनीय कार्य हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि उष्ट्र संरक्षण योजना से निश्चित तौर पर ऊंट पालकों को आर्थिक सम्बल मिलेगा।
इस मौके पर अतिरिक्त निदेशक डॉ. नवीन मिश्रा ने विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की, वहीं शासन सचिव द्वारा विभागीय अधिकारियों को सम्बंधित सुझावों पर शीघ्र ही कार्ययोजना बनाकर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए ।