जयपुर, 10 जुलाई। मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री प्रवीण गुप्ता ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया के सफल सम्पादन के लिए नियम-कानून एवं दिशा-निर्देशों की जानकारी अनिवार्य है। इसके लिए रिटर्निंग अधिकारी समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों का गंभीरता से अध्ययन करें ताकि निर्वाचन कार्य सुगमता से संपादित हो सके।
श्री गुप्ता सोमवार को हरीशचन्द्र माथुर लोक प्रशासन संस्थान में प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के संबंध में आयोजित रिटर्निंग अधिकारियों के चार दिवसीय सर्टिफिकेशन कार्यक्रम (प्रथम चरण) को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि निर्वाचन संबंधी प्रक्रिया में रिटर्निंग अधिकारी की स्क्रूटनी से लेकर मतगणना तक विभिन्न कार्यों में अहम भूमिका होती है, तथा इनके निर्वहन के लिए प्रशिक्षण एवं सर्टिफिकेशन कार्यक्रम महत्वपूर्ण है इसलिए सक्रिय रूप से अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि प्रदेश में निष्पक्ष, स्वतंत्र एवं समावेशी चुनाव के लिए माइक्रो मैनेजमेंट को बूथ स्तर तक क्रियान्वित किया जाए। रिटर्निंग अधिकारी होम वोटिंग सुविधा, विशेष योग्यजनों का चिन्हिकरण, ट्रांसजेण्डर्स व पीवीटीजी (विशिष्टतः असुरक्षित जनजातीय समूहों) के मतदाताओं का पंजीकरण आदि का माइक्रो मैनेजमेंट के जरिए कार्ययोजना बनाकर सौ फीसदी मतदाता पंजीकरण के लक्ष्य की प्राप्ति करें।
चार दिवसीय सर्टिफिकेशन कार्यक्रम में भारत निर्वाचन आयोग के रिसॉर्स पर्सन के तौर पर श्री के. एफ. विल्फ्रेड, श्री देवदास दत्ता, श्री एम.ए. सैयद, श्री पंकज श्रीवास्तव, श्री सौरभ राय आदि विशेषज्ञों द्वारा निर्वाचन संबंधी पहलुओं से अवगत करवाया जाएगा। इस दौरान जिला चुनाव प्रबन्धन योजना, व्यय अनुवीक्षण, ईआरओ-नेट सहित विभिन्न एप एवं पोर्टल की जानकारी दी जाएगी। साथ ही, नामांकन वापसी व चुनाव चिन्ह आवंटन प्रक्रिया, नाम निर्देशन पत्रों की स्क्रूटनी, आदर्श आचार संहिता आदि बिन्दुओं पर गहन चर्चा की जाएगी।
सर्टिफिकेशन कार्यक्रम के प्रथम चरण में प्रदेश के सभी जिलों से 100 रिटर्निंग अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं।