मंत्री संजय शर्मा ने जनसुनवाई में दिए त्वरित निराकरण के निर्देश, नहर निरीक्षण और पौधारोपण कर दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश

मंत्री संजय शर्मा ने जनसुनवाई में दिए त्वरित निराकरण के निर्देश, नहर निरीक्षण और पौधारोपण कर दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश
वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संजय शर्मा ने सोमवार को अलवर जिले में अपने निवास 201, रघुमार्ग पर जनसुनवाई कर आमजन की परिवेदनाओं को सुनकर संबंधित अधिकारियों को त्वरित निराकरण करने के निर्देश दिये। 
जनसुनवाई में पेयजल, नगर निगम, नगर विकास न्यास, विद्युत, पुलिस, स्थानांतरण एवं राजस्व मामलों की परिवेदनाएं प्रमुख रही। मंत्री शर्मा ने संबंधित अधिकारियों को दूरभाष से परिवेदनाओं के त्वरित निस्तारण के निर्देश देते हुए कहा कि प्रत्येक परिवेदना के निस्तारण की सूचना फरियादियों को दी जाए। यदि परिवेदना का निराकरण उनके स्तर पर संभव नहीं है तो उसकी पूरी जानकारी फरियादी को दी जाए। 
नटनी का बारा नहर का किया निरीक्षण-
मंत्री शर्मा ने नटनी का बारा से जयसमंद झील तक आने वाली नहर का निरीक्षण किया। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियन्ता को निर्देश दिये कि जयसमंद झील में पानी की आवाक होवे इसके लिए नटनी का बारा से जयसमंद झील तक शेष रहे अतिक्रमण व अवरोधों को हटाए। उन्होंने निर्देश दिये कि नटनी का बारा के आसपास शेष रही जलकुम्भी को भी हटाए ताकि वो पुनः नहीं फैले। उन्होंने निर्देश दिये कि यह कार्य प्राथमिकता के साथ और स्वयं की निगरानी में कराया जावे। 
चिकित्सक दिवस पर किया पौधारोपण -
मंत्री शर्मा ने राजीव गांधी सामान्य चिकित्सा परिसर में विश्व चिकित्सक दिवस के उपलक्ष्य में पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि मानव स्वास्थ्य के लिए एक चिकित्सक की भूमिका ईश्वर के समान है और इसी प्रकार वृक्षों की भी भूमिका स्वास्थ्य के लिए संजीवनी के समान है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में चिकित्सकों ने जिस प्रकार मानव जाति की सेवा की थी उस समय ऑक्सीजन की जिस प्रकार आवश्यकता महसूस हुई उससे वृक्षों की महत्ता का भान हुआ। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्राी नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर शुरू हुआ ‘एक पेड़ मां के नाम अभियान’ में प्रत्येक व्यक्ति को अपनी भागीदारी निभानी चाहिए।