भारत में खेल एक भावना है और भारत की खेल प्रतिभा का पोषण करना देश को वैश्विक मंच पर आगे बढ़ाने के अनुरूप है": हरदीप एस. पुरी

भारत में खेल एक भावना है और भारत की खेल प्रतिभा का पोषण करना देश को वैश्विक मंच पर आगे बढ़ाने के अनुरूप है": हरदीप एस. पुरी

भारत के 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर, आवासन और शहरी कार्य तथा पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने विभिन्न खेल विधाओं में भारत को गौरवान्वित करने वाले खिलाडि़यों को शामिल करने वाली भारत के राष्ट्रगान की एक प्रस्तुति का कल (15 अगस्‍त) शुभारंभ किया। इस पहल का इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा समर्थन किया गया है।

इस अवसर पर अपने संबोधन में हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि भारत में खेल एक भावना है और भारत की खेल प्रतिभा का पोषण करना देश को वैश्विक मंच पर आगे ले जाने के अनुरूप है। उउन्‍होंने कहा कि खेल के मैदान में जीत या हार नहीं, अपितु खेल की भावना और खेल के प्रति समर्पण राष्ट्र के लिए हर्षोल्लास  लाता है। इस शुभ दिन पर, इंडियन ऑयल द्वारा शुभारंभ की गई खेल गान प्रस्‍तुति खेल के प्रति देश के उत्‍साह को पुन: सक्रिय करती है और पैरा-एथलेटिक्स सहित विविध खेलों के लिए दृढ़ समर्थन, 'राष्ट्र प्रथम, सदैव सर्वप्रथम' की भावना का प्रतीक है।

 पुरी ने 'जय हेनामक एक प्रेरणादायक संगीतमय वीडियो का भी अनावरण किया, यह एक रचनात्मक अभिव्यक्ति है और 'राष्ट्र प्रथमसदैव सर्वप्रथमका प्रतीक है, यह एक सिद्धांत है जो जीवन के हर पहलू में व्याप्त है और जीवन में व्यापक प्रगति की प्रेरणा देता है।

यह वीडियो इन एथलीटों के अपने खेल के प्रति गहन समर्पण और प्रतिबद्धता को खूबसूरती से दर्शाता है और इन सबसे बढ़कर, वैश्विक खेल मंच पर भारत का नाम रोशन करने के लिए उनके अटूट संकल्प और अथक प्रयास को भी दर्शाता है। इस प्रयास का उद्देश्य उस प्रत्येक भारतीय खिलाड़ी के समर्पण को प्रदर्शित करना है जो अपनी युवावस्था के दौरान उत्कृष्टता के लिए प्रयास करते हैं और अभूतपूर्व उपलब्धियां हासिल करते हैं।

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इस पहल में सभी भारतीयों को प्रेरित करने की क्षमता है, और आशा है कि 'जय हे' प्रत्येक भारतीय को हमारे महान राष्ट्र के प्रति योगदान करने के लिए प्रेरित करेगा, यह हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आदर्श वाक्य- "राष्ट्र प्रथम और सदैव सर्वप्रथम"-एक वास्तविकता! का भी अनुसरण करता है।